सुनीता विलियम्स परिचय : जानिए कहाँ की रहने वाली है सुनीता विलियम्स ? भारत से इनका क्या संबंध है?

सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को अमेरिका के ओहायो राज्य के युक्लिड नामक शहर में हुआ था। उनके पिता का परिवार भारत से है , जबकि उनकी मां का परिवार स्लोवेनिया से है। उन्होंने अपनी बचपन की ज़िंदगी मैसाचुसेट्स राज्य के नीढहम शहर में बिताई और 1983 में अन्नापोलिस, मैरीलैंड में स्थित यू.एस. नेवल एकेडमी में दाखिला लिया।

1. सनिता लिं “सुनी” विलियम्स का जीवन परिचय (Early Life and Education)

सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को यूक्लिड, ओहायो में हुआ था, लेकिन वे नेधम, मैसाचुसेट्स को अपनी गृह नगर मानती हैं। उनके पिता, दीपक पांड्या, एक भारतीय-अमेरिकी न्यूरोएनाटॉमिस्ट थे, और उनकी मां, उर्सुलिन बॉनी पांड्या, स्लोवेनियाई-अमेरिकी थीं। वे तीन बच्चों में सबसे छोटी हैं। सुनीता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नेधम हाई स्कूल से 1983 में की और फिर 1987 में यूएस नेवल एकेडमी से फिजिकल साइंस में बैचलर की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री 1995 में प्राप्त की।

2. मिलिट्री करियर (Military Career)

सुनीता ने मई 1987 में यूएस नेवी में कमीशन प्राप्त किया और नेवल एयर ट्रेनिंग कमांड में अपनी ट्रेनिंग पूरी की। 1989 में वे नेवल एविएटर बनीं और हेलीकॉप्टर कमांड सपोर्ट स्क्वाड्रन 8 (HC-8) में कार्य किया। 1992 में, उन्होंने ऑपरेशन डेजर्ट शील्ड और ऑपरेशन प्रोवाइड कंफर्ट के दौरान विदेशों में भी सेवा दी। बाद में, वे यूएस नेवल टेस्ट पायलट स्कूल में प्रशिक्षक बनीं और हेलीकॉप्टरों और अन्य विमान प्रकारों का परीक्षण किया। 2017 में उन्होंने नेवी से रिटायरमेंट लिया।

3. नासा में करियर (NASA Career)

सुनीता ने अगस्त 1998 में नासा के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण में भाग लिया। 2006 में वे एसटीएस-116 मिशन के तहत स्पेस शटल डिस्कवरी के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पहुंची। इसके बाद उन्होंने 2007 में तीन अंतरिक्षwalks (स्पेसवॉक) किए और महिला अंतरिक्षwalks में सबसे अधिक समय बिताने का रिकॉर्ड तोड़ा। 2012 में, वे एक और स्पेस मिशन के तहत आईएसएस पर लौट आईं और वहां एक्सपेडिशन 33 की कमांडर बनीं।

4. स्पेसवॉक और अन्य स्पेस एक्टिविटी (Spacewalks and Other Space Activities)

सुनीता विलियम्स ने कुल नौ स्पेसवॉक किए हैं, जिनका कुल समय 62 घंटे और 6 मिनट है। इन स्पेसवॉक में उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किए और महिला अंतरिक्षwalkers में सबसे अधिक समय बिताने का रिकॉर्ड भी तोड़ा। इसके अलावा, 2007 में सुनीता ने अंतरिक्ष स्टेशन से पहली बार एक मैराथन दौड़ी, जो इतिहास में पहली बार हुआ था।

5. बॉयिंग स्टारलाइनर मिशन (Boeing Starliner Mission)

2015 में नासा ने सुनीता को अमेरिकी वाणिज्यिक अंतरिक्ष मिशनों के लिए चुना। 2024 में, उन्होंने बोइंग स्टारलाइनर के पहले क्रू मिशन पर उड़ान भरी और इसका पायलट बनने वाली पहली महिला बनीं। मिशन की योजना के अनुसार, उन्हें आठ दिन बाद आईएसएस से वापस आना था, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों के चलते उन्हें वहां आठ महीने तक रहना पड़ा।

6. व्यक्तिगत जीवन (Personal Life)

सुनीता विलियम्स की शादी माइकल जे. विलियम्स से हुई है, जो टेक्सास में एक संघीय मार्शल हैं। दोनों की पेशेवर यात्रा हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में एक जैसी रही है। वे ह्यूस्टन, टेक्सास में रहते हैं। सुनीता ने 2006 में भगवद गीता और 2012 में उपनिषदों की एक प्रति अंतरिक्ष में ले जाने का उल्लेख किया। वे हिंदू धर्म का पालन करती हैं।

7. सम्मान और पुरस्कार (Honors and Awards)

सुनीता विलियम्स को उनके योगदान के लिए कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। 2007 में उन्हें भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी विशेषता “सरदार वल्लभभाई पटेल विश्व प्रतिभा पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, 2013 में स्लोवेनिया के पूर्व राष्ट्रपति बोरुत पहोर ने उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं को प्रेरित करने के लिए सम्मानित किया।

8. भविष्य और योगदान (Future and Contributions)

सुनीता ने अपनी यात्रा के दौरान अंतरिक्ष में कई महत्वपूर्ण कार्य किए और नए मानदंड स्थापित किए। उनका कार्य सिर्फ अंतरिक्ष में ही नहीं बल्कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रचार में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 2017 में नेधम पब्लिक स्कूल्स ने उनके नाम पर एक नए प्राथमिक विद्यालय का नाम रखा।

Ankit Kumar

मैं Ankit Kumar , Founder of thereportline.com, इस Website के माध्यम से देश दुनिया में चल रह महत्वपूर्ण खबरों और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों को सटीक और आसान भाषाओं में पाठकों तक पहुचानें का प्रयास हैं |

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